गड़बड़झाला इतना बड़ा है कि नमक में आटा सा हो गया है.
3.
आज कुछ गुमसुम सा थामन मे कुछ उतार चढाव सा थामन के भीतर कुछ ज्वार भाटा सा थाअहसास कुछ चावल आटा सा थाकुछ चुन सकता था कुछ सब मिला सा थावक्त भी कुछ हमसे जला भुना था
4.
वो किताबें नहीं पढ़ता था न पढ़ पाता था लोगों को कुछ लोग तो ये तक कहते हैं कि पढ़ना उसे आया ही नहीं फाड़े वो आंतें लोगों की खून गटक पी जाता था चूलें हिला दे ज़ेहन की खौफ से दिल थर्राता था औ फोड़ के सोये से कपाल वो मगज़ गूंथता आटा सा